एक परिवार की तीन पीढ़ी को मिल रहा महतारी वंदन योजना का लाभ

 

परिवार ने की पांच बेटियों की शिक्षा से शादी तक की प्लानिंग

राज्य की 70 लाख महिलाओं को दी जा चुकी है अब तक 5878 करोड़ 37 लाख की राशि

रायपुर,

छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता और आर्थिक संबल का एक बड़ा जरिया बन गया है, छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में महतारी वंदन योजना से गरीब और जरूरतमंद परिवारों को बल मिल रहा है। कबीरधाम जिले के बोडला विकासखंड के ग्राम भोंदा निवासी मरार पटेल का संयुक्त परिवार आज हितग्राही परिवारों के लिए प्रेरणा है।इस परिवार में  श्री सदाराम पटेल, उनके छोटे भाई श्री रामकुमार पटेल सपत्नीक, बेटों, बहुओं और पोते-पोतियों के साथ रहते हैं। इस परिवार के तीन पीढ़ियों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा है। महतारी वंदन योजना से यह परिवार आर्थिक मजबूती हासिल कर बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए ठोस योजनाएं भी बना रहा है।

संयुक्त परिवार की सशक्त कहानी

श्री सदाराम पटेल और उनकी पत्नी श्रीमती सुखबती पटेल के दो बेटे और बहुएं हैं। बड़ी बहू श्रीमती दिलेश्वरी (पति श्री गीताराम) और उनके तीन बच्चे बरखा, अंजू और प्रभा। दूसरी बहु श्रीमती मनीषा (पति श्री जगियाराम) और उनका बेटा मिंताशु है।  श्री सदाराम के छोटे भाई श्री रामकुमार पटेल और उनकी पत्नी श्रीमती बीरझा बाई के भी दो बेटे और बहुएं हैं। बड़ी बहू  श्रीमती अनिता (पति श्री नरेन्द्र) जिनके दो बेटे और एक बेटी हैं। इसी तरह दूसरी बहु श्रीमती गनेशिया (पति श्री फगियाराम) और उनकी एक बेटी है।

सुकन्या समृद्धि और ग्रामीण डाक जीवन बीमा योजना में निवेश के लिए मन बनाया

परिवार की बहुओं और माताओं ने महतारी वंदन योजना के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने योजना से मिलने वाली राशि को बेटियों की शिक्षा और शादी के लिए उपयोग करने का मन बनाया है। उन्होंने सुकन्या समृद्धि योजना और ग्रामीण डाक जीवन बीमा में लाभकारी योजना में  निवेश का निश्चय किया  है। उनका कहना है कि इस योजनाओं से बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सकेगा। योजनाएं 2039-40 तक उनके बच्चों के भविष्य के लिए आर्थिक रूप से सहायक साबित होंगी। पटेल परिवार की बहुएं श्रीमती सुखबती पटेल और श्रीमती बीरझा बाई ने बताया, "महतारी वंदन योजना ने हमें आत्मनिर्भर बनने और अपने बच्चों के बेहतर भविष्य की दिशा में काम करने का विश्वास दिया है। परिवार के भी का मिला कर हर माह 6 हजार रुपए की अतिरिक्त आय से हमारा जीवन स्तर बेहतर और खुशहाल होने लगा है। पांच साल में यह राशि 3.60 लाख तक पहुंच जाएगी।" हमे पूरा विश्वास है कि यह योजना आगे भी चलते रहेगी।

    गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना का शुभारंभ एक मार्च 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया था, जिसका उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण, आर्थिक स्वावलंबन और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। इसके अंतर्गत 21 वर्ष से अधिक आयु की पात्र विवाहित महिलाओं को एक-एक हजार रूपए की मासिक आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।योजना के तहत अब तक राज्य की महिलाओं को कुल 5878 करोड़ 37 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है।

महतारी वंदन योजना ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही उनके परिवारों को आर्थिक स्थिरता प्रदान की है। यह योजना न केवल वर्तमान की आवश्यकताओं को पूरा कर रही है, बल्कि भविष्य के लिए भी मजबूत आधार तैयार कर रही है।

  • admin

    Related Posts

    स्वच्छ जल नागरिकों का मूलभूत अधिकार है और प्रदेश सरकार इसे हर घर तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध : मंत्री श्रीमती उईके

    भोपाल लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपतिया उईके ने सिंगरौली जिले के ढोटी में अमृत 2.0 योजना और कायाकल्प 2.0 योजना के अंतर्गत जल प्रदाय एवं सड़क निर्माण कार्यों का…

    संत सियाराम बाबा का निधन, मोक्षदा एकादशी के दिन परमब्रह्म में विलीन हुए

    खरगोन निमाड़ के संत सियाराम बाबा ने आज बुधवार को मोक्षदा एकादशी पर सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर सुबह देह त्याग दी है। वे कुछ दिनों से बीमार थे,…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    धर्म

    11 दिसंबर से 3 राशियों को होगा लाभ ही लाभ

    11 दिसंबर से 3 राशियों को होगा लाभ ही लाभ

    14 दिसंबर को मनाई जाएगी अन्नपूर्णा जयंती

    14 दिसंबर को मनाई जाएगी अन्नपूर्णा जयंती

    मोक्षदा एकादशी पर मनाई जाती है गीता जयंती

    मोक्षदा एकादशी पर मनाई जाती है गीता जयंती

    राशिफल मंगलवार 10 दिसम्बर 2024

    राशिफल मंगलवार 10 दिसम्बर 2024

    09 दिसंबर से 3 राशियों को होगा लाभ ही लाभ

    09 दिसंबर से 3 राशियों को होगा लाभ ही लाभ

    दीपक प्रज्जवलित करने की जानिए परंपरा और महत्व

    दीपक प्रज्जवलित करने की जानिए परंपरा और महत्व