पाकिस्तान कनेक्शन! लश्कर से जुड़ा सुलेमान, तीनों आतंकी पाक से भेजे गए, मुनीर भी बेनकाब

नई दिल्ली

पहलगाम अटैक के गुनहगारों का हिसाब हो गया. ऑपरेशन महादेव में मारे गए आतंकियों की पहचान भी कर ली गई है. ऑपरेशन महादेव में मारे गए आतंकियों में सुलेमान शाह उर्फ हाशिम मूसा भी शामिल है. वह पहलगाम अटैक का मास्टरमाइंड था. खुद उसने उन आतंकियों की पहचान की, जिसने अपने घर में शरम दी थी. जी हां, एनआईए यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पहले से अरेस्ट आतंकियों के मददगारों को कोट लखपत जेल से एनकाउंटर वाली जगह पर लाकर आतंकियों की पहचान की पुष्टि की. मददगारों ने कन्फर्म किया कि ये तीनों आतंकी पहलगाम हमले वाले ही आतंकी थे. ये तीनों आतंकी पाकिस्तानी से आए थे.

दरअसल, पहलगाम अटैक के बाद एनआईए ने बशीर और परवेज को गिरफ्तार किया था. उनके ऊपर पहलगाम के टेररिस्ट्स को शरण देने का आरोप है. इन दोनों ने उन दोनों की हर संभव मदद की थी. उन्हीं दोनों आरोपियों यानी परवेज और बशीर ने तीनों मारे गए आतंकियों की पहचान की. उन्होंने बताया कि वे पहले उनके ढोक (अस्थायी आश्रय) में आए थे. सूत्रों ने पुष्टि की कि तीनों पाकिस्तानी नागरिक थे और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) आतंकवादी समूह का हिस्सा थे.

कैसे हुई आतंकियों की पहचान

मारे गए आतंकियों में से पहले की पहचान सुलेमान शाह के रूप में हुई है. उसे हाशिम मूसा के नाम से भी जाना जाता है. उसे बैसरन हमले यानी पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड भी बताया जाता है. दूसरे की पहचान जिब्रान के रूप में हुई है, जबकि तीसरे का नाम हमजा अफगानी बताया गया है. तीनों में से एक हुबैब ताहिर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के खैगाला का निवासी है. उसकी पहचान असली नाम से की गई है. आतंकी सुलेमान पाकिस्तान आर्मी के स्पेशल सर्विस ग्रुप का पूर्व पैरा कमांडो था.

कैसा था ऑपरेशन महादेव

सरकारी सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन महादेव बहुत उच्च-सटीकता वाला ऑपरेशन था. काफी समय से आतंकियों पर निगरानी रखी गई और उन्हें ट्रैक किया गया. इसके बाद अंतिम हमले के लिए बलों को तैनात किया गया. अधिकारियों ने बताया कि पहचान की पुष्टि तस्वीरों और पिछले इनपुट्स के साथ की गई. सेना, पुलिस और सीआरपीएफ की टीम ने मिलकर सोमवार को इस ऑपेरशन महादेव को अंजाम दिया.

सोमवार को ऑपेरशन महादेव

भारतीय सेना ने सोमवार को ऑपरेशन महादेव के तहत 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले के कथित मास्टरमाइंड और उसके दो करीबी सहयोगियों को श्रीनगर के जंगलों के बाहरी इलाके में एक उच्च-दांव मुठभेड़ में मार गिराया था. पहलगाम अटैक में 26 टूरिस्टों की धर्म पूछकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था. ऑपरेशन सिंदूर के तहत लश्कर और जैश के आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया.

admin

Related Posts

बंगाली मजदूरों पर कथित उत्पीड़न को लेकर ममता बनर्जी का केंद्र और भाजपा शासित राज्यों पर तीखा हमला

कोलकाता पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा शासित राज्यों में बंगाली भाषी लोगों के साथ हो रहे कथित अत्याचारों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाली…

डर से उम्मीद तक: पहलगाम हमले के बाद घाटी में लौटी रौनक, सैलानियों ने बढ़ाया उत्साह

पहलगाम 22 अप्रैल 2025 की तारीख को कभी भुलाया नहीं जा सकता है, क्योंकि इस दिन कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 26 मासूम लोगों को बेरहमी से मौत…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

धर्म

28 दिसंबर का भविष्यफल: सभी 12 राशियों के लिए क्या कहता है सितारों का हाल

28 दिसंबर का भविष्यफल: सभी 12 राशियों के लिए क्या कहता है सितारों का हाल

नए साल की शुरुआत में ग्रहों की चाल बदलेगी: जनवरी में चार ग्रह बदलेंगे राशि

नए साल की शुरुआत में ग्रहों की चाल बदलेगी: जनवरी में चार ग्रह बदलेंगे राशि

राशिफल 27 दिसंबर 2025: मेष से मीन तक, सभी 12 राशियों का आज का हाल

राशिफल 27 दिसंबर 2025: मेष से मीन तक, सभी 12 राशियों का आज का हाल

मौत को मात देकर शिवभक्त बना एकमात्र अंग्रेज, पत्नी के तप और बैजनाथ महादेव से जुड़ी चमत्कारी कथा

मौत को मात देकर शिवभक्त बना एकमात्र अंग्रेज, पत्नी के तप और बैजनाथ महादेव से जुड़ी चमत्कारी कथा

पानी में चलकर होते हैं दर्शन! 300 मीटर गुफा में छिपी है नरसिंह मंदिर की रहस्यमयी दुनिया

पानी में चलकर होते हैं दर्शन! 300 मीटर गुफा में छिपी है नरसिंह मंदिर की रहस्यमयी दुनिया

आज का राशिफल 26 दिसंबर: सभी 12 राशियों का विस्तृत भविष्यफल पढ़ें

आज का राशिफल 26 दिसंबर: सभी 12 राशियों का विस्तृत भविष्यफल पढ़ें