चीता प्रबंधन के लिये 8 करोड़ 90 लाख की बजट स्वीकृति

भोपाल

वन विभाग ने चीतों के प्रबंधन वित्तीय वर्ष 2024-25 से वर्ष 2026-27 के लिये राशि 8 करोड़ 90 लाख की अनुमानित सीमा मान्य कर सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान कर दी है। यह स्वीकृति मंत्रि-परिषद ने दी है। शासन स्तर से इसके आदेश भी 18 फरवरी को जारी कर दिये हैं।

आदेश में भारत सरकार से आवंटन की प्रत्याशा में उपरोक्त योजना में कोई राशि व्यय की जाती है, तो भारत सरकार से राशि प्राप्त होने पर वन विभाग के राजस्व प्राप्ति मद में ऐसे व्यय के समतुल्य राशि जमा करायी जाये।

 

  • admin

    Related Posts

    शीतलहर से राजस्थान कांपा, सीकर में बर्फबारी जैसे हालात; 11 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी

     जयपुर  राजस्थान में सर्दी ने एक बार फिर तीखा तेवर दिखाया है। प्रदेश में शीतलहर का असर तेज हो गया है और तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही…

    हेलमेट नहीं तो जेब पर भारी मार! MP में ट्रैफिक नियम तोड़ने पर अर्थदंड बढ़कर 500 रुपये

    भोपाल प्रदेश में हेलमेट की अनिवार्यता को लेकर राज्य सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। हेलमेट नहीं लगाने पर अब 300 की जगह 500 रुपये अर्थदंड लगाने का प्रस्ताव…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    धर्म

    मौत को मात देकर शिवभक्त बना एकमात्र अंग्रेज, पत्नी के तप और बैजनाथ महादेव से जुड़ी चमत्कारी कथा

    मौत को मात देकर शिवभक्त बना एकमात्र अंग्रेज, पत्नी के तप और बैजनाथ महादेव से जुड़ी चमत्कारी कथा

    पानी में चलकर होते हैं दर्शन! 300 मीटर गुफा में छिपी है नरसिंह मंदिर की रहस्यमयी दुनिया

    पानी में चलकर होते हैं दर्शन! 300 मीटर गुफा में छिपी है नरसिंह मंदिर की रहस्यमयी दुनिया

    आज का राशिफल 26 दिसंबर: सभी 12 राशियों का विस्तृत भविष्यफल पढ़ें

    आज का राशिफल 26 दिसंबर: सभी 12 राशियों का विस्तृत भविष्यफल पढ़ें

    तुलसी पूजन दिवस: संध्या समय अपनाएं ये सरल उपाय, मिलेगा कई गुना लाभ

    तुलसी पूजन दिवस: संध्या समय अपनाएं ये सरल उपाय, मिलेगा कई गुना लाभ

    महाशिवरात्रि 2026: कब करें पूजा और उपवास, तारीख अभी नोट करें

    महाशिवरात्रि 2026: कब करें पूजा और उपवास, तारीख अभी नोट करें

    नाग पाशम मंत्र और पद्मनाभस्वामी मंदिर: दरवाज़े के पीछे छुपा सदियों पुराना रहस्य

    नाग पाशम मंत्र और पद्मनाभस्वामी मंदिर: दरवाज़े के पीछे छुपा सदियों पुराना रहस्य