उज्जैन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कार्यकाल के 2 साल 13 दिसंबर को पूरे हुए. इन 2 सालों में उद्योग क्षेत्र में होने वाले इन्वेस्टमेंट को लेकर एमपीआईडीसी ने प्रेस वार्ता की. एमपीआईडीसी के निदेशक राजेश राठौर ने बताया, "उज्जैन संभाग में औद्योगिक क्रांति आई है, लगभग 38506.23 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट हुआ है. सिर्फ 17000 करोड़ का इन्वेस्टमेंट उज्जैन में ही हुआ है." शहर के औद्योगिक विकास को नई रफ्तार मिलने वाली है। विक्रम उद्योगपुरी में 17 हजार करोड़ रुपये की बड़ी इंडस्ट्री स्थापित होने के बाद अब उज्जैन में फार्मा सेक्टर की नई यूनिट और अडानी ग्रुप द्वारा करीब 1500 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। इससे न केवल क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी, बल्कि हजारों युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे।
इस संबंध में विक्रम उद्योगपुरी में एमपीआईडीसी द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। एमपीआईडीसी के निदेशक राजेश राठौर ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रयासों से बीते दो वर्षों में उज्जैन संभाग में करीब 38 हजार करोड़ रुपये का निवेश आया है, जबकि अकेले उज्जैन जिले में 17 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। इनमें कई नामी और बड़ी कंपनियां शामिल हैं, जिनसे हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिला है।
ऑनलाइन मिलेगी रोजगार की जानकारी
राजेश राठौर ने बताया कि "इस औद्योगिक क्रांति की गाइडलाइन अनुसार 70% क्षेत्रीय युवाओं को रोजगार का अवसर दिया जा रहा है. 419 औद्योगिक इकाई को जमीन दी है. खास बात यह है युवाओं और वेंडर को पोर्टल के माध्यम से आने वाले दिनों में उद्योगों में सृजन होने वाले रोजगार की जानकारी मिलेगी. जिसकी तैयारी एमपीआईडीसी ने शुरू कर दी है. आगामी दिनों में फार्मा कम्पनी भी यूनिट लगाएगी. इसके साथ ही देश में बड़े उद्योगपति भी इन्वेस्ट करने वाले हैं."
'राज्य के युवाओं को बाहर जाने की जरूरत नहीं'
एमपीआईडीसी निदेशक राजेश राठौर ने बताया "पोर्टल पर तमाम उद्योगों की सूची रहेगी. जिसमे क्वालिफिकेशन और अनुभव के आधार पर निकली वैकेंसी में युवा अप्लाई कर सकेंगे. किस उद्योग को वेंडर की जरूरत है, पूरी डिटेल पोर्टल में रहेगी, जो रोजगार दिलवाने में मददगार साबित होगा. मध्य प्रदेश शासन की ओर से 70 प्रतिशत क्षेत्रीय युवाओं को रोजगार देने की गाइडलाइन जारी हुई है. जिससे मध्य प्रदेश के युवाओं को राज्य से बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
आगामी दिनों में आएगा 25 हजार करोड़ का इंवेस्टमेंट
राजेश राठौर का कहना है कि "प्रदेश में सभी श्रेणी के उद्योग को बढ़ावा दिया जा रहा है. जिसमें सूक्ष्म, लघु, मध्यम, वृहद शामिल है. उज्जैन में विक्रम उद्योगपुरी, ताजपुर औद्योगिक क्षेत्र, मक्सी फेज और आईटी पार्क, देवास में सेक्टर 2, सेक्टर 3, नेमावर और सरसौदा में उद्योग संचालित है.
राजेश राठौर ने जानकारी दी कि वर्तमान में 25 हजार करोड़ रुपये के नए निवेश प्रस्ताव भी एमपीआईडीसी को प्राप्त हुए हैं। आने वाले समय में उज्जैन में एक बड़ी फार्मा इंडस्ट्री स्थापित होगी। इसके साथ ही अडानी ग्रुप भी यहां नई औद्योगिक इकाई लगाने जा रहा है।
स्थानीय युवाओं और वेंडर्स को उद्योगों से जोड़ने के लिए एमपीआईडीसी जल्द ही एक विशेष पोर्टल लॉन्च करेगी। इस पोर्टल पर यह जानकारी उपलब्ध होगी कि किस उद्योग में रोजगार के अवसर हैं और किन वेंडर्स की आवश्यकता है। साथ ही दो उद्योगों द्वारा युवाओं को कौशल प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे वे रोजगार के लिए बेहतर रूप से तैयार हो सकें। उज्जैन के औद्योगिक भविष्य के लिए यह एक बड़ा और सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
वहीं, रतलाम में औद्योगिक पार्क रतलाम और जावरा के, नमकीन एवं एलाइड फूड क्लस्टर करमदी एवं मेगा उद्योगीक पार्क, शाजपुर में मक्सी और उद्योगीक पार्क, आगर मालवा में उद्योगीक क्षेत्र फेज 1,2,3 नीमच में झांझनवाड़ा और चिताखेड़ा, मंदसौर में जग्गाखेड़ी में आईआईसीसी, एफपीपी, बसई, सेमली कांकड़, जग्गाखेड़ी फेज 2 है. इसके साथ ही आगामी दिनों में लगभग 25000 करोड़ के और इन्वेस्टमेंट आने की तैयारी है."








