भोपाल
हर जरूरत मन्द मरीज को भौतिक-चिकित्सा (फिजियोथैरेपी) इलाज मिले।
चूंकि मानव शरीर में “जोड़ों” का महत्वपूर्ण स्थान है इन्हें सही तरीके से उपयोग में लाना हमारे शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। जोड़ों पर परेशानी मतलब मानव शरीर का संतुलन बिगड़ जाना, दर्द शुरु होते ही फिजियोथैरेपी (भौतिक चिकित्सा) इलाज अत्यंत कारगर सावित हो रहा है। “वैज्ञानिकों’ ने शोध में पाया है महीनो तक दर्द से पीडित रोगी शरीरिक बीमारी के आलावा मानसिक रोगी भी बन जाता है, अर्थात आने वाले समय में गम्भीर बीमारियों का कारण बन सकता है। यदि समय रहते मरीजों को फिजियोथैरेपी चिकित्सा की जानकारी मिल जाए या विशेषज्ञ डॉक्टर दे देते हैं, तो मरीज को अनेकों दुष्प्रभावों से बचाया जा सकता है।
क़मर दर्द को मेडिकल साइंस ने दो मुख्य करणों में परिभाषित किया है, जिसे “प्राइमरी” और “सेकेंडरी” कहा जाता है।
“प्राइमरी”-
जैसे शरीरिक (स्ट्रेक्चर) न्युरो,मस्कुलों,स्केलेटन सम्बंधित (बीमारी) समस्याएं।
“सेकंडरी” जैसे एंजाइटी, डिप्रेशन, स्ट्रेस मानसिक तनाव, धूम्रपान, अत्यधिक शराब का सेवन व जीवनशैली (लाइफस्टाइल) से संबंधित शारीरिक गतिविधि की कमी आदि भी पीठ दर्द का कारण बन सकता है।
पीठ (क़मर) दर्द के कारण कई हो सकते हैं, इसलिए सही निदान और उपचार के लिए एक्सपर्ट फिजियोथैरेपिस्ट से परामर्श लेना चाहिए।
मानव सेवा ही माधव सेवा है। डॉ सुनील पाण्डेय एमपीटी (ऑर्थो) दीर्घायु फिजियोथैरेपी क्लीनिक दानिश कुन्ज कोलार भोपाल।
“सूचना-पत्र”
एक पहल मानव शरीर जोड़ (जॉइंट) बचाओ अभियान। विष्व फिजियोथेरेपी दिवस (वर्ल्ड फिजियोथैरेपी डे) 8 सितंबर 2024 के सु-अवसर पर। 3 दिवस 5, 6, व 7 सितंबर 2024 को निःशुल्क “परामर्श” जोड़ों, मांसपेशियों से सम्बंधित समस्या।
समय सुबह 10 से दोपहर 1
स्थान- ‘दीर्घायु फिजियोथैरेपी क्लीनिक जैन मंदिर के सामने वाली गली दानिश कुंज कोलार रोड भोपाल।








