नई दिल्ली
मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) ने नीट पीजी (NEET PG) 2025 की काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल हो रहे उम्मीदवारों के लिए एक राहत भरा फैसला लिया है। एमसीसी ने राउंड 1 और राउंड 2 के तहत आवंटित सीटों को छोड़ने की समय-सीमा को आगे बढ़ा दिया है। अब उम्मीदवार 26 दिसंबर 2025 की शाम 5 बजे तक अपनी आवंटित सीट को छोड़ सकते हैं। यह निर्णय उन छात्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जो अपनी वर्तमान आवंटित सीट से संतुष्ट नहीं हैं या आगामी राउंड में शामिल होना चाहते हैं।
आधिकारिक नोटिस के अनुसार, एमसीसी को विभिन्न उम्मीदवारों और मेडिकल कॉलेजों से अनुरोध प्राप्त हुए थे, जिसके बाद बोर्ड ने यह कदम उठाया है। पहले इसकी समय-सीमा कम थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 26 दिसंबर कर दिया गया है। यह सुविधा उन उम्मीदवारों के लिए है जिन्हें राउंड 1 या राउंड 2 के माध्यम से सीटें अलॉट की गई थीं और वे अपनी सीटों को छोड़ना चाहते हैं।
सीट छोड़ने के नियम और शर्तें एमसीसी ने स्पष्ट किया है कि सीट छोड़ने की प्रक्रिया ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से ही पूरी की जानी चाहिए। उम्मीदवारों को यह ध्यान रखना होगा कि:
रेजिग्नेशन लेटर केवल उस कॉलेज द्वारा ऑनलाइन जनरेट किया जाना चाहिए जहां उम्मीदवार ने रिपोर्ट किया है।
यदि ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से जेनरेट नहीं किया जाता है, तो उसे 'अमान्य' माना जाएगा।
उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे सीट छोड़ने के बाद संबंधित कॉलेज से कंप्यूटर जनरेटेड 'रेजिग्नेशन लेटर' प्राप्त करना सुनिश्चित करें।
सीट छोड़ने का क्या होगा प्रभाव?
राउंड 1 की सीट छोड़ने वाले उम्मीदवारों के लिए 'फ्री एक्जिट' का विकल्प उपलब्ध होता है, लेकिन राउंड 2 की सीट छोड़ने पर नियम थोड़े अलग हो सकते हैं। एमसीसी ने उम्मीदवारों को सुझाव दिया है कि वे अपनी सीट छोड़ने से पहले काउंसलिंग के नियमों और शर्तों को ध्यान से पढ़ लें, क्योंकि एक बार समय-सीमा समाप्त होने के बाद किसी भी इस्तीफे पर विचार नहीं किया जाएगा।
छात्रों के लिए जरूरी सलाह
काउंसलिंग कमेटी ने मेडिकल कॉलेजों को भी निर्देश दिया है कि वे पोर्टल पर समय रहते डेटा अपडेट करें ताकि उम्मीदवारों को कोई असुविधा न हो। जो छात्र आगामी 'मॉप-अप' राउंड या अगले राउंड में भाग लेना चाहते हैं, उनके लिए यह समय-सीमा बेहद कीमती है। अधिक जानकारी और आधिकारिक नोटिस देखने के लिए उम्मीदवार एमसीसी की आधिकारिक वेबसाइट mcc.nic.in पर जा सकते हैं। नीट पीजी काउंसलिंग प्रक्रिया भारत के प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों में एमडी (MD), एमएस (MS) और डिप्लोमा कोर्सेज में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है।








