गर्भ में पल रहे बच्चे में आनुवांशिक विकारों की पहचान होगी संभव: एम्स भोपाल
भोपाल एम्स भोपाल के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग ने कोरियोनिक विलस सैंपलिंग (सीवीएस) प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी की है। यह प्रक्रिया भ्रूण में किसी भी आनुवांशिक विकार की पहचान करने…
भोपाल एम्स में बच्ची का किया गया सफल बोन मैरो ट्रांसप्लांट, दिल्ली के बाद दूसरा अस्पताल बना AIIMS Bhopal
भोपाल एम्स भोपाल ने बच्चों में रक्त कैंसर के इलाज में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। संस्थान ने हाल ही में एक सात वर्षीय बच्ची का सफल हापलो-आइडेंटिकल बोन मैरो…
एम्स भोपाल में विकसित की गई अलग-अलग आकार की नसों को टांका लगाकर जोड़ने की तकनीक
भोपाल अगर किसी मरीज का पैर जल जाता है, उसकी हड्डी तक की मांस काली पड़ जाती है। उस हड्डी को ढकने के लिए शरीर के किसी अन्य हिस्से से…
एम्स में पदस्थ डॉ. अंशुल राय की ‘जबड़े की सर्जरी’ तकनीक को केंद्र सरकार की ओर से कॉपीराइट प्रदान किया गया
भोपाल एम्स भोपाल के में दंत चिकित्सा विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डॉ अंशुल राय द्वारा विकसित 'सेजाइटल स्प्लिट आस्टियोटॉमी' तकनीक के लिए केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के औद्योगिक नीति…










